Wednesday, July 22, 2020

#How is jaundice disease and what re its symptoms? (#पीलिया रोग कैसे होता है और उसके लक्षण क्या है?)

#पीलिया क्या है


पीलिया एक वायरस (विषाणु) जनहित रोग होता है लीवर पितरस नामक एक पदार्थ स्त्रावित करता है जो पिताशय में इकट्ठा होता है। पितरस के अन्दर दो वर्णक पाये जाते है 

1.बिलरूर्बिन वर्णक—पीले रंग का होता है

2.बिलवर्णिन वर्णक—हरें रंग का होता है।

पितरस में बिलरूर्बिन वर्णक की मात्रा अधिक होने पर शरीर और आँखें पीले रंग की हो जाती हैं जिसे पीलिया रोग के नाम से जाना जाता है। यह लीवर को प्रभावित करता है। त्वचा और आँखों के सफेद भाग का पीला हो जाना इस बीमारी का सबसे बड़ा लक्षण है। नवजात बच्चे अकसर पीलिया रोग की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। हालंकि, बच्चों में पीलिया होने पर चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर युवक इस बीमारी की चपेट में आ जाएं तो परेशानी बढ़ जाती है। इसे ठीक होने में लम्बा समय लग सकता है। 

#पीलिया रोग के लक्षण

पीलिया का सबसे बड़ा लक्षण है त्वचा और आँखों के सफेद हिस्सों का पीला हो जाना। इसके कुछ और भी लक्षण है 

1. गहरे पीले रंग का मूत्र

2. स्किन का पीला पड़ना।

3. मल का रंग सामान्य न होना।

4. वजन कम होना।

5. आंखों का पीला होना।

6. अत्यधिक कमजोरी और थका थका सा लगना।

7. नाखूनों का रंग पीला होना।

8. रोगी को बुखार रहना।

9. पेट में दर्द होना।

10. चिकनाई वाले भोजन से अरूचि ।


#पीलिया रोग रोकथाम और बचाव

1. ताजा व शुद्ध गर्म भोजन करें दूध व पानी उबाल कर काम में लें।

2. खाना बनाने, परोसने, खाने ससे पहले व बाद में और शौच जाने के बाद में हाथ साबुन ससे अच्छी तरह धोना चाहिए।

3. इससे बचने का सबसे अच्छा उपाए है टीकाकरण।

4.पीलिया रोग का असर लीवर पर पड़ता है, इसलिए ऐल्कॉहॉल का सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए।

5. खुले में रखे जाने वाली खाने की चीजे जैसे स्ट्रीट फूड और गंदे पानी के सेवन से पीलिया रोग का खतरा रहता है इसलिए इनसे बचें।

6. संतुलित व पोष्टिक भोजन खाना चाहिए।

7. नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।

8. एक से अधिक यौन साथियों के साथ असुरक्षित यौन संबंध ना बनाना ।

#पीलिया रोग का इलाज

1. रोगी को शीघ्र ही डॉक्टर के पास जाकर परामर्श लेना चाहिए।

2. डॉक्टर की सलाह से भोजन में प्रोटीन और कार्बोज वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

3. लगातार जाँच कराते रहना चाहिए।

4. वसा युक्त गरिष्ठ भोजन का सेवन इसमें हानिकारक होता है।

5. चावल, दलिया, खिचड़ी, थूली उबले आलू, शकरकंदी, चीनी, ग्लूकोज, गुड, चीकू, पपीता, छाछ मूली आदि कार्बोहाइडेट वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए। 

6. पीलिया रोग में मसालेदार, नमकीन और तेलयुक्त भोजन से दूर रहना चाहिए। 

7. आराम करना चाहिए।

8. नींबू, संतरे तथा अन्य फलों का रस भी इसस रोग में गुणकारी होता है।

#पीलिया रोग से बचने के लिए घरेलू उपचार

1. गन्ने का रस— गन्ने का रस भी पीलिया रोग के उपचार में फायदेमंद है। यह लीवर को मजबुत बनाने का काम करता है और उसके सही तरह से काम करने में मदद करता है। जब तक आपका पीलिया रोग सही न हो जाए तब तक रोज एक गिलास गन्ने का रस पीना चाहिए।

2. दही— दही भी पीलिया रोग के उपचार में बहुत ही फायदेमंद हैं। इसका रोज सेवन करने से बिलरूर्बिन वर्णक के बढ़े हुए स्तर को कम करने में मदद करता है दही में प्रोबायोटिक्स प्रतिरक्ष्रा को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अपने पीलिया रोग को ठीक करने के लिए रोजाना एक कटोरी दही खाएं।

3. अदरक— अदरक में कई एंटीऑक्ससीडेंट गुण होते हैं। यह हाइपोलिपिडेमिक भी है इसलिए यह लीवर के लिए फायदेमंद होता है। आप अदरक की चाय बनाकर दिन में 2-3 बार पीएं।

4. टमाटर— टमाटर लाइकोपीन का एक भरपूर स्त्रोत है। सुबह खाली पेट टमाटर का रस लेने से लीवर स्वस्थ होता है। टमाटर को नरम बनाने के लिए पानी में कुछ टमाटर उबालें। अच्छे से उबल जाने के बाद टमाटर की छाल को अलग निकाल लें। टमाटर के अंदर के हिस्से को एक बर्तन में निकालें। इसे अच्छे से मिलाकर पी जाएं। पीलिया के लक्षण दिखने पर कुछ दिनों तक इसका सेवन करें।

5. छाछ-मट्ठा— रोज सुबह या शाम 1-2 गिसास छाछ या मट्ठा में सेंधा नमक मिलाकर पीएं। ऐसा करने पर पीलिया रोग जल्दी ठीक हो जायेगा।

6.नारंगी या नींबू — नारंगी पाचनतंत्र को दुरुस्त करती है। यह पीलिया में भी बहुत ही प्रभावकारी साबित होती है। नारंगी के रस का सेवन करने से बिलरूर्बिन वर्णक की मात्रा कम होती है। और लीवर को मजबूती प्रदान होती है।

7. आंवला— आंवला विटामिन-सी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो पीलिया से निपटने में मदद करता है। यह लिवर की कार्यप्रणाली में सुधार करता है और बिलरूर्बिन वर्णक के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन के लिए आप आंवला उबालें, इसका पेस्ट बनाएं और इसे पानी और शहद के साथ मिलाकर रोजाना पीएं।

8. नारियल पानी— पीलिया रोग में जितना हो सके नारियल पानी का सेवन करना चाहिए। पीलिया में नारियल पानी का सेवन  लिवर को स्वस्थ करता है, और पाचनतंत्र को ठीक रखता है।

9. बकरी का दूध— बकरी का दूध पीलिया रोग में बहुत फायदेमंद है पीलिया रोग में ही नहीं बल्कि कई रोगों में बकरी का दूध लाभदायक होता है। पीलिया रोग में बकरी का दूध पीना चाहिए। बकरी के दूध में एंटीबॉडी भी होती है जो पीलिया को ठीक करने में मदद करती है।



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English translate👇

What is #jaundice


 Jaundice is a virus borne disease, the liver secretes a substance called Bile juice which collects in the father's body.  Two pigments are found inside Bile juice.

 1.Bilurbin Pigment - The color is Yellow

 2. Bilvarnin pigment - the color is green.

 In excess of bilirubin pigment in Bile juice, body and eyes turn yellow which is known as jaundice disease.  It affects the liver.  Yellowing of the white part of the skin and eyes is the biggest symptom of this disease.  Newborn children are often vulnerable to jaundice.  In such a situation, there is a need to take special care of children.  However, there is nothing to worry about jaundice in children.  But if the youth gets caught in the disease, then the problem increases.  It may take a long time to recover.

 # Symptoms of jaundice disease

 The biggest symptom of jaundice is yellowing of the skin and white parts of the eyes.  There are other symptoms

 1. Dark yellow urine

 2. Skin yellowing.

 3. Stool color not normal.

 4. Loss of weight.

 5. Yellowing of eyes.

 6. Extreme weakness and tired feeling.

 7. Yellowing of nails.

 8. The patient has fever.

 9. Abdominal pain.

 10. Anorexia with greasy food.

 # Jaundice Disease Prevention and Prevention

 1. Take fresh and pure hot food, boil milk and water and use it.

 2. Before and after cooking, serving, eating and after defecation, wash hands with soap thoroughly.

 3. The best way to avoid this is vaccination.

 4. Jaundice disease affects the liver, so alcohol should be consumed in minimum quantity.

 5. Eating things kept in the open, such as street food and dirty water consumption, there is a risk of jaundice, so avoid them.

 6. Balanced and nutritious food should be eaten.

 7. Exercise should be done regularly.

 8. Avoiding unprotected sex with more than one sexual partner.

 # Treatment of jaundice disease

 1. The patient should consult a doctor soon.

 2. Foods containing protein and carbs should be consumed in the advice of the doctor.

 3. Frequent checks should be done.

 4. It is harmful to consume fat rich food.

 5. Carbohydrate substances like rice, oatmeal, khichdi, boiled potatoes, sweet potatoes, sugar, glucose, molasses, naseberry, papaya, buttermilk radish etc. should be consumed.

 6. Spicy, salty and oily food should be avoided in jaundice.

 7. Should rest.

 8. Lemon, orange and other fruit juice are also beneficial in this disease.

 # Home remedies to avoid jaundice disease

 1. Sugarcane juice - Sugarcane juice is also beneficial in the treatment of jaundice disease.  It works to make the liver strong and helps in its functioning properly.  Until your jaundice is cured, one glass of sugarcane juice should be drunk daily.

 2. Curd - Curd is also very beneficial in the treatment of jaundice.  By taking it daily, bilirubin helps to reduce the increased levels of pigment. The probiotics in yogurt help to improve immunity.  To cure your jaundice, eat a bowl of curd daily.

 3. Ginger - Ginger has many antioxidant properties.  It is also hypolipidemic so it is beneficial for liver.  You make ginger tea and drink it 2-3 times a day.

 4. Tomato - Tomato is a rich source of lycopene.  Taking tomato juice on an empty stomach in the morning makes the liver healthy.  Boil some tomatoes in water to make the tomatoes soft.  After boiling well, take out the tomato bark separately.  Remove the inner portion of the tomato in a pot.  Mix it well and drink it.  In case of symptoms of jaundice, take it for a few days.

 5. Buttermilk-whey- Drink 1-2 glass buttermilk or whey mixed with rock salt every morning or evening.  Jaundice will be cured soon after doing this.

 6. Orange or Lemon - Orange improves digestion system.  It also proves very effective in jaundice.  Consumption of orange juice reduces the amount of bilirubin pigment.  And the lever is strengthened.

 7. Amla - Amla is rich in vitamin C and other essential nutrients, which helps in dealing with jaundice.  It improves the functioning of the liver and helps in reducing the levels of bilirubin pigment.  To take it, you boil amla, make a paste and mix it with water and honey and drink it daily.

 8. Coconut water- Coconut water should be consumed as much as possible in jaundice.  Consuming coconut water in jaundice makes the liver healthy, and keeps the digestive system fit.

 9. Goat milk - Goat milk is very beneficial in jaundice disease, goat milk is beneficial not only in jaundice disease but in many diseases.  Goat milk should be drunk in jaundice.  Goat milk also contains antibodies which help in curing jaundice.

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