Friday, July 31, 2020

#What are the symptoms and home remedies due to stomach gas. (#पेट में गैस बनने के कारण, लक्षण, और घरेलू उपचार क्या है?)

#पेट में गैस बनने के लक्षण और घरेलू उपचार


पेट में गैस की समस्या को पेट में वायु बनना या गैस बनना आदि भी बोला जाता है। इसे पेट या आँतों की गैस और पेट फूलना भी कहते है। आजकल अस्वस्थ आहार और सुस्त जीवनशैली के कारण पेट में गैस की समस्या होना आम बात हो गई है। हमारा खान-पान और जीवन शैली ऐसी हो गई है कि पेट में गैस बनना, एसिडिटी जैसी समस्या आम हो गई है। खास तौर पर हम तरह-तरह की तली भुनी चीजे खाते रहते हैं जिनसे एसिडिटी के रूप में पेट में सीने में या कई बार सिर में भी तेज दर्द होता है। जब गैस भयंकर तरीके से सिर में चढ़ जाता है तो उल्टियां तक होने लगती है। अगर आपको भी खतरनाक तरीके से गैस बनती है तो आप देसी दवाई की जगह घरेलू उपचारों के जरिए इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते है। पेट की गैस को अनदेखा करने पर कई गंभीर परिणाम तक भुगतने पड़ सकते है। कब्ज, एसिडिटी व अल्सर आदि गैस से होने वाले रोग है। गैस की समस्या को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपचार और लक्षण इस लेक के जरिए बताएंगे।

#गैस होने के लक्षण क्या है? 

गैस की समस्या के लक्षण में पेट में हल्की जलन होने से लेकर तेज दर्द तक शामिल है। 

1. पेट में दर्द और सूजन होना।

2. सिर में दर्द रहना 

3. चुभन के साथ दर्द होना ।

4. गैस में उल्टी होना।

5. पेट में ऐंठन और हल्के-हल्के दर्द का आभास होना।

6. पेट फूलना।

7. खाने का हजम न होना।

8. अगर बिना खाए भी आपका पेट भरा हुआ लग रहा है या भूख नहीं लग रही है तो आपको एसिडिटी हो सकती है.

#गैस बनने का कारण

1. अत्यधिक भोजन करना।

2. जंक फूड या तली-भुनी चीजें खाना।

3. अपनी दिनचर्या में योग और व्यायाम को शामिल न करना।

4. सुबह नाश्ता न करना या लम्बे समय तक खाली पेट रहना। 

5. पेट में अम्ल का निर्माण होना।

6. किसी- किसी को दूध के सेवन से भी गैस की समस्या हो सकता है।

7. अधिक शराब पीना।

8. बीन्स, राजमा, छोले, लोबिया, मोठ, उड़द की दाल का अधिक सेवन करना।

9. खाद्य पदार्थ जिनमें वसा या प्रोटीन के बजाय कार्बोहाइड्रेट का प्रतिशत ज्यादा होता है, के खाने से ज्यादा गैस बनती है।

10. भोजन को ठीक तरह से चबा कर न खाना। 


#गैस को दूर करने के घरेलू उपचार

1. बेकिंग सोडा का सेवन— बेकिंग सोडा का उपयोग सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। गैस के लिए भी बेकिंग सोडा बहुत ही फायदेमंद हैं। मनुष्य के पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है। जब हाइड्रोक्लोरिक एसिड में सोडियम बाइकार्बोनेट यानी बेकिंग सोडा मिलता है तो यह केमिकल तुरंत कार्य करता है और गैस के उत्पादन को धीमा कर सकता है 

सेवन कैसे करे

एक चम्मच बेकिंग सोडा एक गिलास पानी में डाल दे, और बेकिंग सोडे को पानी में अच्छी तरह मिला लें। इसके बाद यह पानी पी जाएं। जब भी आप के पेट में गैस बने तब इसका सेवन कर सकते है।

2.नींबू का सेवन— एक बेहद आसान और जल्दी तैयार होने वाला घरेलू नुस्खा है नींबू का पानी। एक नींबू के रस को एक गिलास पानी में मिला दे और साथ ही इसमें काला नमक भी मिला दे। इस मिश्रण को अच्छी तरह से घोल ले। घोलने के बाद इस नींबू पानी को पी जाएं। यह नींबू पानी गैस की समस्या को दूर करेगा।

3. ग्रीन टी का सेवन— तेल-मसाले वाले या पेट में गैस बनाने वाले आहार ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं, तो लंबे समय तक बैठे रहने के कारण पेट फूलने लगता है। इससे बचने के लिए आप खाना खाने से एक या दो घंटे पहले ग्रीन-टी का सेवन करें। ग्रीन-टी में शहद मिलाकर पिएं। ग्रीन-टी से पेट की पाचन शक्ति ठीक रहती है और शहद से पेट की चर्बी जल्दी कम होती है। आप ग्रीन टी का सेवन दिन में 2-3 कप  कर सकते है।

4. जीरा का सेवन— जीरा का उपयोग न सिर्फ भोजन का स्वाद है बल्कि यह गुणकारी औषधि भी माना जाता है। जीरा में एंटीइंफ्लोमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते है। इन गुणों के कारण ही यह गैस व पेट की अन्य बीमारियों में रामबाण की तरह काम करता है। 

सेवन कैसे करे

एक चम्मच जीरा को किसी बर्तन में हल्का भून लें और फिर इसे मिक्सी में बारीक पीस लें। एक गिलास पानी को गर्म करें और जीरा का पाउडर को गर्म पानी में मिला दे। और इसके बाद यह पानी पी लें। इसका सेवन दिन में दो या तीन बार खाना खाने के बाद पिएं। यह आप गैस के लिए बहुत ही फायदेमंद है।

4. काली मिर्च का सेवन— काली मिर्च का उपयोग गैस का घरेलू उपचार करने के लिए किया जाता है। शोध के अनुसार काली मिर्च में गैस्ट्रो-प्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं। काली मिर्च में पाया जाने वाला यह गुण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की कार्यक्षमता को और पेट में बनने वाली गैस की समस्या को बेहतर करने में मददगार हो सकता है।

सेवन कैसे करें

आधा चम्मच काली मिर्च और आधा चम्मच काला नमक और आधे नींबू का रस लें। एक गिसाल पानी को गर्म करें और इन सभी को गर्म पानी में डाल कर पकने दे जब इसका रंग लाल हो जाए इसको उतार लें। और ठण्डा करके इसको पी लें। आप इसका सेवन प्रतिदिन एक बार कर सकते हैं।

5. लौंग का सेवन— लौंग का सेवन भोजन करने के बाद एक-एक लौंग सुबह-शाम चूसने से खट्टी डकार नहीं आती हैं। इससे गैस की समस्या भी दूर होती है।

6. नारियल पानी का सेवन— अगर आप अक्सर पेट में गैस बन जाने की समस्या से परेशान रहते है तो नारियल पानी पीने से आप इस समस्या से राहत पा सकते है। नारियल पानी में ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो अपचन को दूर करके गैस और एसिडिटी से राहत दिलाते है। जब भी आप को गैस की समस्या हो आप नारियल पानी का सेवन करे। इससे आप के गैस की समस्या दूर हो जायेगी।

7. अदरक का सेवन— अदरक के छोटे टुकड़े कर उसस पर नमक छिड़क कर दिन में कई बार उसका सेवन करे। गैस परेशानी से छुटाकार मिलेगा, शरीर हल्का होगा और भूख खुलकर लगेगी। यह गैस की परेशानी से छुटकारा पाने का सबसे सस्ता और उत्तम तरीका है। 

9. पुदीने का सेवन—  पुदीने की पत्तियों को उबाल कर पीने से गैस से निजात मिलती है।

10.सेब का सिरका का सेवन— सेब का सिरका भी गर्म पानी में मिलाकर पीने से गैस की समस्या दूर होती है।


# Stomach gas symptoms and home remedies



 The problem of gas in the stomach is also called becoming air or gas in the stomach.  It is also called gas or flatulence of the stomach or intestines.  Nowadays, due to unhealthy diet and sluggish lifestyle, it is common to have stomach gas problems.  Our food and lifestyle has become such that problems like stomach gas, acidity have become common.  In particular, we keep eating fried fried things that cause ache in the chest or sometimes even in the head in the form of acidity.  When the gas catches up in the head in a terrible way, the vomiting starts.  If you also get gas in a dangerous way, then you can eliminate this disease from home by replacing it with home remedies.  Ignoring stomach gas can lead to many serious consequences.  Constipation, acidity and ulcers, etc. are diseases caused by gas.  To overcome the gas problem, some home remedies and symptoms will be described through this lake.


 # What are the symptoms of gas?




 Symptoms of a gas problem include mild abdominal irritation to severe pain.


 1. Abdominal pain and swelling.


 2. headache remain


 3. Pain with a prick.


 4. Vomiting in gas.


 5. Feeling of stomach cramps and mild pain.


 6. Flatulence.


 7. Absence of eating.


 8. If you feel full without eating or do not feel hungry then you may have acidity.


 # Reason for gas formation


 1. Eating too much.


 2. Eating junk food or fried foods.


 3. Do not include yoga and exercise in your routine.


 4. Not having breakfast in the morning or staying empty stomach for a long time.


 5. Stomach acid formation.


 6. Somebody may also have gas problem due to consumption of milk.


 7. Drinking more alcohol.


 8. Consuming more beans, beans, chickpeas, cowpea, moth, urad dal.


 9. Foods that have a higher percentage of carbohydrates than fat or protein make more gas.


 10. Do not chew food properly.


 # Home Remedies for Gas


 1. Consumption of baking soda - The use of baking soda can be beneficial in many ways.  Baking soda is also very beneficial for gas.  Human stomach contains hydrochloric acid, which helps to digest food.  When sodium bicarbonate is found in hydrochloric acid, this chemical acts immediately and can slow down the production of gas.


 How to eat


 Add one teaspoon of baking soda to a glass of water, and mix the baking soda well with the water.  After that drink this water.  You can consume it whenever there is gas in your stomach.


 2. Lemon intake - An easy and quick to prepare home recipe is lemonade.  Mix the juice of one lemon in a glass of water and also add black salt to it.  Dissolve this mixture well.  Drink this lemonade after dissolving.  This lemonade will remove the gas problem.


 3. Consumption of green tea- If oil-spices or stomach-gas diets are eaten in large amounts, then due to sitting for long periods, flatulence starts.  To avoid this, you should eat green tea for an hour or two before eating.  Drink honey in green tea.  Green-tea maintains the digestive power of the stomach and honey reduces belly fat quickly.  You can consume green tea 2-3 cups a day.


 4. Consumption of Cumin - The use of cumin is not only the taste of food, but it is also considered to be a potent medicine.  Cumin seeds have antiinflammatory and antibacterial properties.  Due to these properties, it acts like a panacea in gas and other stomach diseases.


 How to eat


 Fry one teaspoon of cumin seeds lightly in a vessel and then grind it finely in a grinder.  Heat a glass of water and add cumin powder to the hot water.  And after that drink this water.  Drink this two or three times a day after having food.  This is very beneficial for you gas.


 4. Black pepper consumption- Black pepper is used for home remedies for gas.  According to research, pepper has gastro-protective properties.  This property found in black pepper can be helpful in improving gastrointestinal function and the problem of stomach gas.


 How to consume


 Take half a teaspoon pepper and half a teaspoon black salt and half a lemon juice.  Heat one gisal water and put all these in hot water and let it cook when its color turns red.  And cool it and drink it.  You can consume it once daily.


 5. Consumption of Cloves- Consumption of cloves after eating each clove twice a day does not cause sour belching.  This also removes the gas problem.


 6. Consumption of coconut water- If you are often troubled by the problem of gas in the stomach, then by drinking coconut water, you can get relief from this problem.  Coconut water has medicinal properties that relieve indigestion and relieve gas and acidity.  Whenever you have problems with gas, you should consume coconut water.  This will solve your gas problem.


 7. Consumption of ginger- Sprinkle salt on small pieces of ginger and consume it several times a day.  Gas will get rid of trouble, body will lighten and hunger will be open.  This is the cheapest and best way to get rid of gas troubles.


 9. Consumption of mint: - Boiling the leaves of mint leaves and drinking it relieves gas.


 10. Consumption of apple vinegar- drinking apple vinegar mixed with hot water, the problem of gas is overcome.

Wednesday, July 29, 2020

#What are the advantages and disadvantages of how to eat tinospora cordifolia ( Giloy)? (#गिलोय कैसे खाएं, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं?)

#गिलोय क्या है?


गिलोय एक प्रकार की बेल होती है जो आमतौर पर जंगलों-झाड़ियों में पाई जाती है। लेकिन इसको अब घरों में उगाने लगें है। गिलोय की बेल बहुत तेजी से बढ़ती है। गिलोय के पत्ते पान की तरह बड़े आकार के चिकने ौर हरे रंग के होते हैं। औषधीय गुणों के आधार पर नीम के वृक्ष पर चढ़ी हुई गिलोय को सर्वोत्तम माना जाता है क्योंकि गिलोय की बेल जिस वृक्ष पर भी चढ़ती है वह उस वृक्ष के सारे गुण अपने अंदर समाहित कर लेती है तो नीम के वृक्ष से उतारी गई गिलोय की बेल में नीम के गुण भी शामिल हो जाते हैं अतः नीम गिलोय सर्वोत्तम होती है। 


गिलोय एक ऐसी चमत्कारी बेल है जो सभी तरह के मर्ज की दवा साबित होती है। गिलोय किस तरह से मानव जीवन को हर तरह के रोगों से छुटकारा दिलाकर रोगमुक्त करती है। गिलोय एक ऐसी औषधि हैं, जिसे अमृत तुल्य वनस्पति माना जाता है। गिलोय को ज्वरनाशक भी कहा जाता है अगर कोई व्यक्ति काफी दिनों से किसी भी तरह से बूुखार से पीड़ित है और काफी दवाएं लेने के बाद भी बुखार में कोई आराम नहीं मिल रहा हो तो ऐसे व्यक्ति को रोजाना गिलोय का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अगर किसी को डेंगू बुखार आ रहा हो तो उसके लिए मरीज को गिलोय का सेवन कराने से आराम मिलता है।  बरसात में होने वाली तमाम बीमारियों में यह काफी फायदेमंद हैं।

#गिलोय का सेवन किन बीमारियों में फायदेमंद है।

गिलोय के जूस का नियमित सेवन करने से बुखार, फ्लू, डेंगू, मलेरिया, पेट में कीड़े होने की समस्या, रक्त में खराबी होना, लो ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी, टीबी, मूत्र रोग, एलर्जी, पेट के रोग, डायबिटीज और स्किन की बीमारियों से राहत मिल सकती है। 

#गिलोय खाने के फायदे

1. बुखार में फायदेमंद है गिलोय— बुखार में गिलोय का सेवन पाउडर, काढ़ा या रस के रुप में किया जाता है। इसके पत्ते और तने को सखाकर पाउडर बनाया जाता है। वहीं बाजार में गिलोय की गोली भी मिलती हैं। गिलोय का सेवन एक दिन में एक ग्राम से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद में गिलोय की तासीर को बहुत ही गर्म बताया गया है। इसलिए सर्दी-जुकाम और बुखार में यह लाभकारी होता है।

2. इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक— गिलोय का सेवन करने से आपकी इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ जाती है। आप की इम्युनिटी पॉवर अच्छी होगी तो आप के अन्दर बीमारियों से लड़ने की क्षमता आधिक होगी। इसका सेवन काढ़ा, पाउडर या रस के रूप में कर सकते हैं गिलोय की गोली भी मिलती है आप इसकी गोली का सेवन भी कर सकते है।

3. गिलोय लिवर के लिए है फायदेमंद— गिलोय लिवर के लिए बहुत ही फायदेमंद है जो लोग अधिक शराब का सेवन करते है उनके लिवर में कई तरह से नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में गिलोय का सेवन लिवर के लिए टॉनिक की तरह काम करती है। यह खून को साफ़ करती है और एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम का स्तर बढ़ाती है। इस तरह यह लीवर के कार्यभार को कम करती है और लिवर को स्वस्थ रखती है। गिलोय के नियमित सेवन से लिवर संबंधित कई गंभीर रोगों से बचाव होता है।

4. डायबिटीज की समस्या को दूर करती है गिलोय— जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है, उन्हें गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। डायबिटजी के मरीजों के लिए लिए यह वरदान है। ऐसे लोगों को हाथ की छोटी उंगली के बराबर गिलोय के तने का रस और बेल के एक पत्ते के साथ थोड़ी सी हल्दी मिलाकर एक चम्मच रस का रोजाना सेवन करना चाहिए इससे डायबिटीज की समस्या नियंत्रित हो जाती है।

5.बवासीर के लिए भी फायदेमंद है गिलोय— बवासीर या पाइल्स बेहद दर्दनाक होते हैं और इनसे जितनी जल्दी छुटकारा मिले, उतना ही बेहतर है। गिलोय के इस्तेमाल से बनने वाली दवाएं हर प्रकार की बवासीर को ठीक कर सकती है। ध्यान सिर्फ इस बात का रखना है कि निर्देशों और परहेज का विशेष ध्यान दिया जाए। 

बवासीर की दवा बनाने के लिए, धनिया के पत्ते, गिलोय और हरड़ को एक साथ बराबर मात्रा में पास लें। इस मिश्रण की 20 ग्राम मात्रा लेकर आधा लीटर पानी में मिलाएं और उबालें। उबल जाने के बाद थोड़े से गुड़ के साथ इसका दिन में दो बार सेवन करें।

6. पाचन शक्ति को बढ़ाता है गिलोय— गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। हमारा पाचन तंत्र ठीक रहे, इसके लिए आधा ग्राम गिलोय पाउडर को आंवले के चूर्ण के साथ नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से पाचन शक्ति बढ़ जायेंगी। और पेट में होने वाली कई तरह की बीमारियों से राहत मिलेगी।

#गिलोय का सेवन कैसे करे

गिलोय शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है। इसका सेवन डॉक्टर या आयुर्वेद के वैद्य की सलाह लिए बिना नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुुसार, एक दिन में स्वस्थ मनुुष्य गिलोय की 20 ग्राम मात्रा का अधिकतम सेवन कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति गिलोय का जूसस पी रहा है तो भी इसकी मात्रा 20 मिली से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसका ज्यादा सेवन करने पर नुकसान भी हो सकता है।


#गिलोय खाने से होने वाला नुकसान

गिलोय खाने के सिर्फ फायदे ही फायदे है ये सोचना गलत हैं जिस चीज के फायदे होते है उसके नुकसान भी होते है। अगर आप जरूरत ससे ज्यादा मात्रा में गिलोय का सेवन करते हैं तो आपकों गिलोय के नुकसान भी झेलने पड़ सकते है।

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय से परहेज करने की सलाह दी जाती है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान गिलोय के नुकसान के प्रमाण मौजूद नहीं है फिर भी  बिना डॉक्टर की स  सलाह लिए गर्भावस्था में गिलोय का सेवन ना करें। और साथ यह ब्लड शुगर, पाचन संबंधी समस्या होने पर इसका सेवन करने पर नुकसान हो सकता है।


English translate👇

# What is Giloy?


 Giloy is a type of vine commonly found in forests and bushes.  But now it has to be grown in homes.  Giloy's vine grows very fast.  Giloy leaves are large, smooth and green like betel leaf.  Based on the medicinal properties, Giloy grown on a Neem tree is considered to be the best because the tree on which the Giloy vine climbs is able to absorb all the properties of that tree, so the Giloy vine that is grown from the Neem tree  Neem properties are also included, so neem Giloy is the best.


 Giloy is a miraculous vine that proves to be a medicine for all types of merge.  How does Giloy relieve human life from all kinds of diseases and get rid of diseases.  Giloy is a medicine that is considered as a plant like nectar.  Giloy is also called antipyretic. If a person is suffering from fever in any way for a long time and even after taking a lot of medicines, there is no relief in fever, then such person should take Giloy daily.  With this, if someone is having dengue fever, then the patient gets relief by taking Giloy for him.  They are very beneficial in all the diseases occurring in the rainy season.


 # Giloy intake is beneficial in which diseases.


 Regular intake of Giloy's juice causes fever, flu, dengue, malaria, stomach bug problems, blood upset, low blood pressure, heart disease, tuberculosis, urinary disease, allergies, stomach diseases, diabetes and skin  Diseases can be relieved.


 # Benefits of eating Giloy


 1. Giloy is beneficial in fever- Giloy is consumed in powder, decoction or juice in fever.  Its leaves and stem are dried and made into powder.  At the same time, Giloy's pill is also found in the market.  Consumption of Giloy should not be used more than one gram a day.  Giloy's effect in Ayurveda is described as very hot.  Therefore, it is beneficial in colds and fever.


 2. Help to increase immunity - Consuming Giloy increases your immunity.  If your immunity power is good, then you will have more ability to fight against diseases.  You can use it in the form of decoction, powder or juice. Giloy pill is also available, you can also take its pill.


 3. Giloy is beneficial for liver - Giloy is very beneficial for liver, people who consume too much alcohol can harm their liver in many ways.  In this case, the intake of Giloy works as a tonic for the liver.  It cleanses the blood and increases the level of antioxidant enzymes.  In this way it reduces the workload of liver and keeps the liver healthy.  Regular intake of Giloy protects against many serious liver diseases.


 4. Giloy eliminates the problem of diabetes - People who have diabetes disease should take Giloy juice regularly.  This is a boon for patients with diabetes.  Such people should take a teaspoon of juice daily by mixing a little turmeric juice with the stem of giloy and a leaf of vine equal to the little finger of the hand, so that the problem of diabetes is controlled.


 5. It is also beneficial for piles. Giloy - Piles or piles are very painful and the sooner they get rid of them, the better.  Medicines made using Giloy can cure all types of hemorrhoids.  The only thing to keep in mind is that special attention is given to instructions and avoiding.


 To make piles medicine, take equal quantity of coriander leaves, gilloy and myrobalan together.  Take 20 grams of this mixture and mix in half a liter of water and boil it.  After boiling, consume it twice a day with some jaggery.


 6. Increases digestive power Giloy- Regular intake of Giloy juice keeps the digestive system healthy.  To keep our digestive system in good condition, half gram of Giloy powder with Amla powder should be consumed regularly.  Digestion power will be increased by its consumption.  And you will get relief from many diseases of the stomach.



 # How to eat Giloy


 Giloy is an immunity enhancing herb in the body.  It should not be consumed without consulting the doctor or the physician of Ayurveda.  According to Ayurveda, a healthy man can consume a maximum of 20 grams of Giloy in a day.  If a person is drinking juice of Giloy, then its quantity should not be more than 20 ml.  Excess intake of this can also cause harm.



 # Giloy eating losses


 The only benefits of eating Giloy are the benefits. It is wrong to think that the thing which has its benefits also has its disadvantages.  If you consume too much quantity of Giloy, you may have to face the loss of Giloy too.


 Pregnant and lactating women are also advised to avoid Giloy.  Although there is no evidence of loss of Giloy during pregnancy, do not consume Giloy during pregnancy without consulting your doctor.  And with this blood sugar, digestive problems can cause harm if consumed.


Monday, July 27, 2020

#Symptoms of TB prevention and home remedies. (#टीबी के लक्षण, बचाव, और घरेलू उपचार)

#टीबी रोग क्या हैं जाने?


टीबी बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। इसका दूसरा नाम ट्यूबरक्लोसिस है। यह एक संक्रामक बीमारी है। यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया से फैलती है, जो मुख्य टीबी का बैक्टीरिया हवा के माध्यम से फैलता है। संक्रमित  व्यक्ति के खाँसने, छींकने या उसकी लार के द्वारा बैक्टीरिया स्वस्थ व्यक्ति तक पहुँचता है। इससे दूसरे लोगों को भी टीबी हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति का इम्यूनिसिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है , तो वह व्यक्ति आसानी से टीबी का शिकार हो सकता है। अगर सही तरीके से इलाज न किया जाए, तो टीबी मृत्यु का कारण भी बन सकती है। 

#टीबी के लक्षण क्या है?

1. तीन हफ्ते या उससे ज्यादा खांसी टीबी हो सकती है।

2. खांसते वक्त बलगम और खून का निकलना।

3. सीने में दर्द होना।

4. रात में पसीना आना।

5. वजन कम होना।

6. मांसपेशियों में क्षति होना।

7. सांस फूलना।

8. अस्पष्टीकृत थकान।

9. बुखार आना।

#टीबी से बचाव

1. 3 हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डॉक्टर से सलाह लें। 

2. टीबी होने पर दवाई का कोर्स पूरा करें। डॉक्टर से बिना पूछे दवा बंद न करें।

3. मरीज हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहें। 

4. पौष्टिक खाना खाए।

5. व्यायाम या योग प्रतिदिन करें।

6. बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, तंबाकू, शराब आदि से परहेज करें।

7. मास्क पहनें या हर बार खांसने या छींकने ससे पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर करें।

8. मरीज किसी एक प्लास्टिक बैग में थूके और उसमें फिनाइल डालकर अच्छी तरह बंद करें। 

9. भीड़-भाड़ वाली और गंदी जगहों पर जाने से बचें। 

10. बच्चे के जन्म पर बी.सी.जी का टीका लगवाएं।

#टीबी के प्रकार

1. पल्मोनरी टीबी— अगर टीबी का बैक्टीरिया फेफड़ों को संक्रमित करता है तो वह पल्मोनरी टीबी (फुफ्फुसीय यक्ष्मा) कहलाता  है। पल्मोनरी टीबी के मरीजों में आमतौर पर खांसी होती है। फेफड़ें से संबंधित क्षय रोग से प्रभावित लोगों का चेस्ट एक्स-रे असामान्य होने के साथ ही संक्रामक हो सकता है। जबकि टीबी के सबसे अधिक मामले फेफड़े में ही होते है, लेकिन यह एक अंग से दूसरे अंग में फैल सकता है।

टीबी एक पुरानी बीमारी है और फेफड़ों के ऊपरी भागों में व्यापक घाव पैदा कर सकती है। फेफड़ों के ऊपरी भाग में होने वाली टीबी को कैविटरी टीबी कहा जाता है। फेफड़ों के ऊपरी भागों में निचले भागों की अपेक्षा तपेदिक संक्रमण प्रभाव की आशंका अधिक होती. इसके अलावा टीबी का जीवाणु कंठ नली को प्रभावित कर लेरिंक्स टीबी करता है।

2. एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी— अगर टीबी का जीवाणु फेफड़ों की जगह शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित करता है, तो इस प्रकार की टीबी एक्स्ट्र  पल्मोनरी टीबी कहलाती है। एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी पल्मोनरी टीबी के साथ भी हो सकती है। अधितर मामलों में संक्रमण फेफड़ों से बाहर भी फैल जाता है और शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित करता है जिसके कारण फेफड़ों के अलावा अन्य प्रकार के टीबी हो जाते है। 

एचआईवी से पीड़ित लोगों में एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी के लगभग 50% से अधिक मामले पाये जाते है। अगर टीबी का जीवाणु केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है तो वह मैनिन्जाइटिस टीबी कहलाती है। लिम्फ नोड में होने वाली टीबी को लिम्फ नोड टीबी कहा जाता है।

3. मिलियरी टीबी— मिलियरी टीबी रोग तब होता है जब ट्यूबरकुलेसिस के बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलेसिस रक्त वाहिकाओं में प्रवेश कर जाते हैं। फिर ये जीवाणु रक्त प्रवाह के जरिए पूरे शरीर में फैल जाते हैं। यह स्थिति दुलर्भ और बेहद गंभीर होती है। ऐसा सबसे अधिक नवजात और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होता है। इस टीबी का पता किसी भी अंग से लगाया जा सकता है, क्योंकि बैक्टीरिया पूरे शरीर में फैल जाता है समय रहते उपचार न कराने पर यह प्राणघातक हो सकता है.

#टीबी का इलाज— टीबी के इलाज में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं के द्वारा बैक्टीरिया को मारकर टीबी का इलाज करते हैं। ये दवाएं टीबी के हर मरीज को दी जाती है, जिनमें शिशु, बच्चे, गर्भवती महिलाएं और वे लोग जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है आदि को एंटीबायोटीक दवाएं दी जाती है।


ये इस प्रकार है

1. आइसोनाइजिड

2. इथैमब्यूटोल

3. पिराजिनामाइड

4. रिफैम्पिन

सामान्य टीबी का उपाचर 6-9 महीने में किया जाता है। इन 6 महीनों में पहले 2 महीने आइसोनाइजिड, रिफैम्पिन, इथैमब्यूटोल और पिराजिनामाइड का उपयोग किया जाता है। इसके बाद इथैमब्यूटोल और पिराजिनामाइड ड्रग्स को बंद कर दिया जाता है। 4-7 महीने आइसोनाइजिड और रिफैम्पिन का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही टीबी के इलाज के लिए स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन का भी उपयोग किया जाता है।

मल्टी ड्रग रेजिस्टेंस टीबी में फर्स्ट लाइन ड्रग्स प्रभाव खत्म हो जाता है। इसके लिए सेकंड लाइन ड्रग्स का उपयोग किया जाता है जिसमें सीप्रोफ्लॉक्सासिन, लेवोफ्लॉक्सासिन, मोक्सीफ्लोक्सासिन, अमिकासिन, कैनामायसिन और कैप्रीयोमायसिन इत्यादि एंटीबायोटिक्स का उपयोग किया जाता है। मल्टी ड्रग रेजिस्टेंस टीबी का इलाज 2 साल तक चलता है एक्सटेनसिवली ड्रग रेजिस्टेंस टीबी का इलाज डॉक्टर की विशेष देखरेख में थर्ड लाइन ड्रग्स द्वारा किया जाता है। एक्सटेनसिवली ड्रग रेजिस्टेंस टीबी का इलाज 2 वर्ष से अधिक समय तक चलाया जाता है। एक्सटेनसिवली ड्रग रेजिस्टेंस टीबी अत्यधिक चुनौतीपूर्ण है।


#टीबी के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपचार

1. लहसुन का प्रयोग— लहसुन में सल्फरिक एसिड पाया जाता है। जो बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करताी है। जिनके कराण टीबी रोग होता है। इसमें एलिसिन और अजोएन भी होते हैं, जो की बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह एंटीबैक्टीरियल गुण और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के प्रभाव टीबी के मरीज के लिए बेहद फायदेमंद हैं। लहसुन को आप खाने में डालकर या कच्चा भी खा सकते है।

एक कप दूध में लहसुन की दस गीरी डालने के बाद दूध को अच्छे से उबाले और उबली हुई लहसुन की गीरी को खा लें और फिर दूध को पी लें। यह प्रक्रिया कुछ महीने के लिए इस रोज करने से टीबी को कम किया जा सकता है।

2. ग्रीन टी का प्रयोग— ग्रीन टी भी टीबी के इलाज के लिए बहुत ही फायदेमंद है इसमें एंटीऑक्सीडेंट और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के गुण मौजूद होते है। इसमें पॉलीफेनोल्स कंपाउंड्स भी होते है जो बैक्टीरिया को कम करते हैं। 

सबसे पहले ग्रीन टी की पत्तियों को गर्म पानी में डालकर चाय बना लें। आप इस चाय का सेवन दिन में कम से कम 2-3 बार कर सकते है इससे आप टीबी को खत्म कर सकते है।

3.मोरिंगा की पत्ती का प्रयोग— मोरिंगा (सहजन) की पत्तियों में सूजनरोधी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो फेफड़ों से बैक्टीरिया को खत्म करते हैं जिनकी वजह ससे टीबी का रोग पनपता है। इसके साथ ही सूजन को भी दूर करते हैं। मोरिंगा की फली और पत्तियों में केरोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और विटामिन सी के  भी स्त्रोत होते है।

एक मुठ्ठी मोरिंगा की पत्तियों को एक कप पानी में कुछ मिनट तक उबाले। उबालने के बाद इस मिश्रण को ठण्डा करे लें। फिर इसमें नमक, मिर्च और नींबू का जूस मिला दें। यह नुस्खा बनने के तैयार होने के् बाद आप इसका सेवन सुबह खाली पेट करें। इसका रोज सेवन करने से टीबी के संक्रमण से राहत मिलेगीं।

4. काली मिर्च का प्रयोग— काली मिर्च फेफड़ों को साफ करती है  जिसकी मदद से छाती के दर्द से राहत मिलती है जो कि टीबी की वजह से होता है। इसके साथ ही इसमें सुजन रोधी गुण भी पाएंं जाते है। जो सूजन को दूर करते है यह सूजन बैक्टीरिया और कफ के लगातार होने के कारण बढ़ता है। 

 सबसे पहले आठ से दस ब्लैक पेपरकॉर्न्स को शुद्ध बटर में मिला दें। अब उसमें एक चुटकी हींंग पाउडर डाल दें और मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें। अब इस मिश्रण को तीन हिस्सों में बाट लें और हर खुराक को कुछ घंटों के अंतर पर खाएं। ऐसा करने से आपकी टीबी का संक्रमण कम हो जाएगा।

5. आंवला का प्रयोग— आंवला भी टीबी के लिए बहुत ही फायदेमंद है इसमें सूजनरोधी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते है कई पोषक तत्व होने की वजह से ये शरीर को ऊर्जा देता है। और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है आंवला विटामिन सी का सबसे अच्छा स्त्रोत है।

सबसे पहले कुछ आंवले लें और उनके बीजों को बाहर निकाल दें। अब जूसर में आंवले  का जूस तैयर कर लें। फिर एक चम्मच शहद इसमें मिलाएं। अच्छे से मिलाने के बाद इस मिश्रण को सुबह खाली पेट पियें। 

नोट:— अगर अपको टीबी रोग हो चुका है तो आप सबसे पहले डॉक्टर से सलाह ले और पुरा इलाज करायें। आप इलाज के साथ इन घरेलू नुस्खों का सेवन कर सकते है। घरेलू नुस्खों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। 


English translate 

# What are TB diseases?



 TB is a bacterial disease.  Its other name is tuberculosis.  It is a contagious disease.  It is spread by bacteria called Mycobacterium tuberculosis, which is the main TB bacteria spread through the air.  Bacteria reach a healthy person through coughing, sneezing or saliva of an infected person.  This causes other people to get TB also.  If a person's immunity is weak, then that person can easily become a victim of TB.  If not treated properly, TB can also lead to death.


 # What are the symptoms of TB?


 1. Three weeks or more cough can cause TB.


 2. Mucus and bleeding during coughing.


 3. Chest pain.


 4. Sweating at night.


 5. Weight loss.


 6. Muscle damage.


 7. Shortness of breath.


 8. Unexplained fatigue.


 9. Fever.


 #TB Prevention


 1. Consult a doctor if you have cough for more than 3 weeks.


 2. Complete the course of medicine in case of TB.  Do not stop the medicine without asking the doctor.


 3. Patients should be in a well ventilated and well lit room.


 4. Eat nutritious food.


 5. Exercise or do yoga daily.


 6. Avoid bidi, cigarette, hookah, tobacco, alcohol etc.


 7. Wear a mask or cover the mouth with a paper napkin before coughing or sneezing every time.


 8. Patients spit in one of the plastic bags and put phenyl in it and close it well.


 9. Avoid visiting crowded and dirty places.


 10. Get the BCG vaccine on the birth of the child.


 #Types of T.B


 1. Pulmonary TB- If the TB bacteria infects the lungs, it is called pulmonary TB (pulmonary tuberculosis).  Pulmonary TB patients usually have a cough.  Chest X-rays of people affected by lung-related tuberculosis can be uncommon as well as contagious.  While most cases of TB occur in the lungs, it can spread from one organ to another.
 TB is a chronic disease and can cause extensive lesions in the upper parts of the lungs.  TB occurring in the upper part of the lungs is called cavitary TB.  There is a greater possibility of tuberculosis infection effect in the upper parts of the lungs than in the lower parts.  In addition, TB bacteria affect larynx TB by affecting the larynx.


 2. Extra pulmonary TB - If the TB bacteria affects other parts of the body instead of the lungs, then this type of TB is called extra pulmonary TB.  Extra pulmonary TB can also occur with pulmonary TB.  In most cases, the infection spreads beyond the lungs and affects other parts of the body, causing TB other than lungs.
 More than 50% of cases of extra pulmonary TB occur in people living with HIV.  If the TB bacteria affects the central nervous system, it is called meningitis TB.  TB occurring in the lymph node is called lymph node TB.


 3. Miliary TB - Miliary TB disease occurs when the tuberculosis bacteria Mycobacterium tuberculosis enter the blood vessels.  These bacteria then spread throughout the body through the blood stream.  This condition is rare and very serious.  It most commonly occurs in newborns and children under 5 years of age.  This TB can be detected by any organ, because bacteria spreads throughout the body, if not treated in time, it can be fatal.



 # TB treatment- In TB treatment, 

doctors treat TB by killing bacteria with antibiotics.  These medicines are given to every TB patient, including children, children, pregnant women and people whose immune system is weak, etc. Antibiotic medicines are given.

 It goes like this
 1. isoenzymes
 2. Ethambutol
 3. Piraginamide
 4. Rifampin


 Normal tuberculosis is done in 6–9 months.  In these 6 months the first 2 months isonazid, rifampin, ethambutol and pyrazinamide are used.  Ethambutol and pyrazinamide drugs are then discontinued.  4-7 months of isoenzymes and rifampin are used.  In addition, streptomycin injection is also used to treat TB.


 Multi-line resistance TB eradicates first line drugs effect.  Second line drugs are used in which antibiotics like ciprofloxacin, levofloxacin, moxifloxacin, amikacin, canamycin and capriomycin etc. are used.  Multi drug resistance TB treatment lasts for 2 years. Extensively drug resistance TB is treated by third line drugs under the special supervision of a doctor.  Extensively drug resistant TB is treated for more than 2 years.  Extensively drug resistance TB is highly challenging.



 # Some home remedies for treating TB


 1. Use of Garlic- Sulfuric acid is found in garlic.  Which helps eliminate bacteria.  Those who have TB disease.  It also contains allicin and azoane, which help prevent bacteria from growing.  In addition, its antibacterial properties and immunity enhancing effects are highly beneficial for the TB patient.  You can also add garlic or raw food to it.
 After adding ten grams of garlic to a cup of milk, boil the milk well and eat the boiled garlic kernel and then drink the milk.  TB can be reduced by doing this procedure daily for a few months.


 2. Use of Green Tea - Green tea is also very beneficial for the treatment of TB, it has antioxidant and immunity enhancing properties.  It also contains polyphenols compounds that reduce bacteria.
 First, make tea by putting green tea leaves in warm water.  You can consume this tea at least 2-3 times a day, you can eliminate TB.


 3. Use of Moringa leaf- Moringa leaves have anti-inflammatory and antibacterial properties that eliminate bacteria from the lungs, causing the disease of chronic TB.  Along with this, they also remove swelling.  Moringa pods and leaves also have sources of carotene, calcium, phosphorus and vitamin C.
 Boil the leaves of a fistulous Moringa in a cup of water for a few minutes.  After boiling, cool this mixture.  Then add salt, chili and lemon juice to it.  After this recipe is ready, you should consume it empty stomach in the morning.  Consuming it daily will provide relief from TB infection.


 4. Use of black pepper- Black pepper cleans the lungs with the help of which relieves chest pain which is caused by TB.  Along with this, anti-inflammatory properties are also found in it.  The inflammation which removes inflammation increases due to the frequent occurrence of bacteria and phlegm.
 First, mix eight to ten black peppercorns in pure butter.  Now add a pinch of asafoetida powder and keep the mixture to cool down.  Now divide this mixture into three parts and eat every dose at a difference of few hours.  Doing so will reduce your TB infection.


 5. Use of Amla - Amla is also very beneficial for TB, it has anti-inflammatory and antibacterial properties, due to having many nutrients, it gives energy to the body.  And enhances immunity, Amla is the best source of vitamin C.
 First take some amla and take out their seeds.  Now keep the juice of gooseberry in a juicer.  Then add one spoon of honey to it.  Drink this mixture on an empty stomach in the morning after mixing it well.


 Note: - If you have got TB disease, then you should first consult a doctor and get complete treatment.  You can take these home remedies with treatment.  Consult your doctor before consuming home remedies.


Saturday, July 25, 2020

#Home weight gain 8 tips. (#वजन बढ़ाने के 8 घरेलू नुस्खे।)

#मोटा होने या वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय




जिस तरह से लोग मोटापे से परेशान रहते है इसी तरह से लोग ज्यादा दुबले-पतले शरीर भी परेशान रहते है। जब शरीर मोटापे से ग्रस्त हो जाता है तो अनेक बीमारियों से ग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है। इसी प्रकार बहुत दुबला-पतला शरीर भी अस्वस्थ होने का संकेत होता है। दुबलापन सा सिर्फ बीमारियों को जन्म देता है बल्कि यह व्यक्ति की पर्सनालिटी पर भी प्रश्न चिन्ह लगा देता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल जिंदगी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

 यही वजह है कि आज लोग दुबलेपन से छुटकारा पाने के लिए कठोर परिश्रम कर रहे हैं और जल्दी मोटा होने के लिए बाजर में उपलब्ध दवाइयों और पाउडर के सेवन से भी पीछे नहीं हट रहे परन्तु बता दे कि इससके बाद भी वे लोग मोटे नहीं हो पा रहें हैं। जब तक इस दवाइयों और पाउडर का सेवन करते है तब तक वह मोटे रहते है और जब इनका सेवन करना बन्द कर देते है तो पहले जैसे दुबले-पतले हो जाते है। इन दवाइयों और पाउडर के सेवन से हमारे शरीर पर बहुत बूरा प्रभाव पड़ता है। आप जितना हो सके इन दवाइयों और पाउडर से बचे। और घरेलू नुस्खों का ज्यादा-से-ज्यादा सेवन करें। मैं अपकों इस लेख में माध्यम से दुबले-पतले शरीर को मोटा होने के घरेलू नुस्खों के बारे में जानकरी देता हूँ

#दुबला पतला होने का कारण

1. भूख कम लगना।

2. बहुत चिंता होना।

3. पाचन क्रिया सही नहीं होना।

4. पेंक्रियास में इन्फेक्शन।

5. पौष्टिक भोजन का सेवन न करना

6. पेट में कीड़ें होना।

7. डायबिटीज का होना।

8. खून की कमी होना।

9. अधिक भूखे रहना या व्रत रखना।

10. बुरी आदतों का होना।

# मोटा होने या वजन बढ़ाने के कुछ घरेलू उपाय

1. केला और दूध के सेवन से वजन बढ़ाएं— केला एक ऐसा पौष्टिक फल है जिसमें विटामिन-बी6, फाइबर, आयरन, सोडियम, पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। बता दे कि मानव शरीर को प्रतिदिन विटामिन-बी6 का मिलना अत्यंत आवश्यक है ताकि वह हिमोग्लोबिन और इंसुलिन का पूर्ण तरीके से निर्माण कर सके। प्रतिदिन केला खाने से मनुष्य का पाचन तंत्र ठीक रहता है। 

दूध और केला दोनों ही कैलोरी से भरपूर होते है। केला और दूध को साथ में खाने से अत्यधिक कैलोरी मिलती है जिसकी वजह से व्यक्ति कुछ ही महीनों में मोटा हो जाता है। सुबह उठकर एक गिलास दूध और दो केलों को मिक्सर में डालकर इसका जूस बनाकर खाली पेट पीना है। इसके ठीक बाद काजू का सेवन करना है। इसका उपाय को अपना कर आप लगभग दो से तीन महीने में ही मोटे हो जायेंगे। दूध और केला का सेवन करने से त्वचा पर भी निखार आता है।

2. वजन बढ़ाने में किशमिश भी है फायदेमंद— किशमिश के सेवन वजन बढ़ाया जा सकता है इसमें विटामिन फाइबर सोडियम आदि तत्व पाये जाते है। ज मोटा होने में मदद करते है। 

10 ग्राम किशमिश को लगभग चार घण्टे तक दूध में भिगोकर रखें। सोने ससे पहले इस दूध को उबाल लें। गुनगुना होने पर दूध पीकर किशमिश को खा लें। किशमिश शरीर को पुष्ट करती है, एवं तेजी से वजन बढ़ाती है।

3. बादाम से अपना वजन बढ़ायें— सर्दियों में बादाम खाना ना केवल फायदेमंद है बल्कि दिमाग के लिए तो यह रामबाण औषधि है। बादाम को हम गर्मियों के मौसम भी खा सकते है गर्मी में बादाम खाने के लिए सबसे पहले बादाम को पानी में 3-4 घण्टे भिगने दें। इसके बाद बादाम को निकाल कर बादाम के ऊपर का छिलका उतार दे। छिलका उतारने के बाद बादाम को पीसकर पानी में घोलकर इसका सेवन करने से एक महीने के अन्दर आपका वजन बढ़ जाएगा। सर्दियों में इसकों दूध में घोलकर पीना चाहिए।

4. सूखे अंजीर के सेवन से वजन बढ़ाएं— सूखे अंजीर और किशमिश में कैलोरी अधिक मात्रा में पाई जाती है। 43 ग्राम किशमिश में लगभग 129 कैलोरी पाई जाती है। दुबलेपन से निजात पाने के लिए आप इन सूखे मेवों का सेवन कर सकते है।

छह सूखे अंजीर और लगभग 30 ग्राम किशमिश को रात भर पानी में भिगो दें। अगले दिन सुबह और शाम दो बार में खा सकते हैं। इसका सेवन करने से लगभग एक महीने में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते है।

5. सोयाबीन खाने से आपके वजन में वृद्धि होगी— सोयाबीन बजन बढ़ाने में बहुत ही फायदेमंद है सोयाबीन में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा सोयाबीन में मिनरल्स, आयरन, मैंगनीज, फॉसफोरस, कॉपर पोटेशियम, जिंक, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्सस और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 

50 ग्राम  सोयाबीन को रात भर पानी में डालकर भिगने दें। और प्रतिदिन सुबह खाली पेट दूध के साथ इसका सेवन करें या आप इसका सेवन दूध के बिना भी कर सकते हैं। इस उपाय से आप कुछ ही हफ्तों में मोटा हो जायेंगे। आप को बताई गई मात्रा के मुताबिक ही इसका सेवन करना है। यदि आप ने सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में किया तो यह आपको नुकसा भी पहुंचा सकता है।

6. शहद और दूध के सेवन से वजन बढ़ाएं— रोज नाश्ते में, और रात में सोने से पहले दूध के साथ शहद का सेवन करें। मोटे होने की दवा के रूप में दूध और शहद का इस्तेमाल उत्तम लाभ देता है। इससे वजन बढ़ता है और पाचनशक्ति भी ठीक होती है। 


एक चम्मच शहद को एक गिलास कच्चे दूध में मिलाकर रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और यह खून साफ कर हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है। नियमित कुछ ही दिनों के इसके सेवन से निश्चित ही आप का वजन बढ़ जायेंगा।

7. घी और चीनी के मिश्रण से वजन बढ़ाएं— वजन बढ़ाने के लिए भी घी और चीनी उपयोगी  है। घी और चीनी एक प्राकृतिक उपाय है जिसके इस्तेमाल सेहत बनाने के लिए सदियों से किया जा रहा है। एक चम्मच घी में एक चम्मच चीनी अच्छी तरह मिलाएं। इस मिश्रण को भोजन से आधे घंटे पहले इस मिश्रण का सेवन करें। एक महीने तक रोज इस मिश्रण का सेवन करने से आपके वजन में वृद्धि होगी।

8. आम और दूध से वजन बढ़ाएं— फलों का राजा कहे जाने वाला आम भी वजन या मोटा करने के लिए बहुत ही फायदेमंद है आम में फैट और कैलोरी की मात्रा बहुत आधिक होती है जो वजन बढ़ाने में बहुत ही फायदेमंद है। इसके साथ दूध का सेवन भी कर सकते है दूध में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। 

रोज दो पके आम का सेवन करें और आम खाने के बाद हल्का गर्म दूध पिएं। कुछ ही दिनों ंमें आपके शरीर में बदलाव नजर आने लगेगा।

#वजन बढ़ाने से संबन्धित कुछ अच्छी बातें

1. भोजन को अच्छे से चबा कर खाना चाहिए।

2. भोजन के तुरंत बाद पानी पीना नहीं चाहिए।

3. पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।

4. खाने में सभी तरह के पोषक तत्वों को शामिल करें।

6.रोजाना सुबह और शाम व्यायाम करना चाहिए।

7. आलू को प्रतिदिन भोजन में शामिल करें।

8. समय पर भोजन करना चाहिए।

9. मोटा होने के लिए घरेलू उपाय करने के दौरान उपवास न करें।

10. सूखे मेवे और दूध का सेवन करें।

11. दिन में बार-बार कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए।

#वजन न बढ़ने पर डॉक्टर से सम्पर्क करें

जिस व्यक्ति का वजन विभिन्न घरेलू उपचार करने के बाद भी नहीं बढ़ता है और अत्यधिक वजन कम होने लगता है तो डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। यह किसी रोग का संकेत हो सकता है।

मोटापा कम करने के लिए घरेलू नुस्खे जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे। (https://shanhamja.blogspot.com/2020/07/home-remedies-to-reduce-obesity.html)

                                                                                                          

English translate👇

# Home remedies to get fat or gain weight



 Just as people are troubled by obesity, in the same way, people are more troubled and also have thinner bodies.  When the body becomes obese, the chances of suffering from many diseases increases.  Similarly, a very lean body is also a sign of being unwell.  Slender not only gives rise to diseases but it also puts a question mark on the personality of the person.  Because of which a person has to face many problems in his personal and professional life.

  This is the reason that today people are working hard to get rid of thinness and are not backing down from the medicines and powders available in the market to get fat quickly, but tell that even after that, they are not able to get fat.  Are staying  As long as you take these medicines and powders, they remain fat and when you stop consuming them, they become thinner as before.  Consumption of these medicines and powder has a very bad effect on our body.  Avoid these medicines and powders as much as you can.  And consume maximum of home remedies.  In this article, I will give you the information about home remedies for getting a slim and thin body fat.


 # Reason to be lean


 1. Loss of appetite.


 2. To be very worried.


 3. Improper digestion.


 4. Infections in pancreas.


 5. Avoiding nutritious food


 6. Stomach worms.


 7. Diabetes.


 8. Anemia.


 9. Staying hungry or fasting.


 10. Having bad habits.


 # Some home remedies to get fat or gain weight


 1. Increase Weight by Consuming Banana and Milk- Banana is a nutritious fruit which is found in sufficient quantity of Vitamin-B6, Fiber, Iron, Sodium, Potassium.  Explain that it is very important for the human body to get vitamin B6 daily so that it can manufacture hemoglobin and insulin in a complete manner.  Eating banana every day keeps a person's digestive system healthy.


 Both milk and banana are rich in calories.  Eating banana and milk together gives excessive calories, due to which the person becomes fat in a few months.  After getting up in the morning, put a glass of milk and two bananas in the mixer and make juice of it and drink it on an empty stomach.  Cashew is to be consumed right after this.  By adopting its remedy, you will become obese in about two to three months.  Consuming milk and banana also improves skin.


 2. Raisins are also beneficial in weight gain - intake of raisins can increase weight; Vitamin, fiber, sodium etc. are found in it.  They help in getting fat.


 Soak 10 grams of raisins in milk for about four hours.  Boil this milk before bedtime.  If lukewarm, drink milk and eat raisins.  Raisin reinforces the body, and increases weight rapidly.


 3. Increase your weight with almonds - Eating almonds in winter is not only beneficial but it is a panacea for the mind.  We can also eat almonds in the summer season. To eat almonds in summer, first soak almonds in water for 3-4 hours.  After this, remove the almonds and remove the skin above the almonds.  After peeling, grind the almonds and dissolve it in water and consume it within a month.  It should be dissolved in milk and drunk in winter.


 4. Increase weight by consuming dried figs - Calories are found in high amounts in dried figs and raisins.  About 129 calories are found in 43 grams of raisins.  You can consume these dry fruits to get rid of thinness.


 Soak six dried figs and about 30 grams of raisins in water overnight.  The next day can be eaten twice in the morning and evening.  Consuming this can give good results in about a month.


 5. Eating soybeans will increase your weight - Soybeans are very beneficial in increasing weight, soybeans have the highest protein.  In addition, soybeans are rich in minerals, iron, manganese, phosphorus, copper potassium, zinc, vitamin-B complexes and vitamin A.


 Allow 50 grams of soybeans to be soaked overnight in water.  And consume it with milk on an empty stomach every morning or you can consume it without milk also.  With this remedy you will become fat in a few weeks.  It is to be consumed according to the quantity given to you.  If you consume too much of soybean, it can also harm you.


 6. Increase weight by intake of honey and milk - Eat honey with milk daily at breakfast, and at night before bed.  The use of milk and honey as a medicine for getting fat gives great benefits.  It increases weight and also improves digestion power.


 Mixing one teaspoon of honey in a glass of raw milk and taking it on an empty stomach daily in the morning keeps the digestive system fine and it cleans the blood and increases the amount of hemoglobin.  Consuming it regularly for a few days will definitely increase your weight.


 7. Increase weight by mixing ghee and sugar - Ghee and sugar are also useful for weight gain.  Ghee and sugar is a natural remedy that has been used for centuries to make health.  Mix a spoonful of sugar well in a spoonful of ghee.  Take this mixture half an hour before meals.  Consuming this mixture daily for one month will increase your weight.


 8. Increase Weight with Mango and Milk- Mango, also called the king of fruits, is very beneficial for weight gain or fat. Mango has a lot of fat and calories which is very beneficial in weight gain.  Along with this, milk can also be consumed. Protein, carbohydrates and fat are found in sufficient quantity in milk.


 Eat two ripe mangoes daily and drink light warm milk after eating mangoes.  Within a few days your body will start seeing changes.


 # Some good things related to weight gain


 1. Food should be chewed properly.


 2. Water should not be drunk immediately after meals.


 3. Get enough sleep.


 4. Include all kinds of nutrients in food.


 6. Rojana should exercise in the morning and evening.


 7. Include potatoes in the food every day.


 8. Eating should be done on time.


 9. Do not fast while taking home remedies to get fat.


 10. Eat dry fruits and milk.


 11. One should eat something repeatedly during the day.


 # Contact your doctor if you do not gain weight


 The person whose weight does not increase even after doing various home remedies and starts to lose excessive weight, then a doctor should be contacted.  It can be a sign of a disease.




Thursday, July 23, 2020

#Home remedies to reduce obesity. (#मोटापा कम करने के घरेलू उपचार)

#मोटापा क्या है?


जब शरीर में वसा की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है या जब किसी व्यक्ति का शरीर का वजन, सामान्य से अधिक हो जाता है तो उसे मोटापा कहते हैं। मोटा शरीर हो या शरीर में जमा फैट अच्छा दिखाई नहीं देता है और मोटापा कई बीमारियों का कारण भी बन सकता है। अगर मोटापा बढ़ जाता है तो कई लोग मजाक बनाने लगते है और फिर वजन कम करने के चक्कर में बहुत सी ऐसी गलत चीजों या दवाइयों का सेवन कर लेते है जिससे शरीर पर बहुत बूरा प्रभाव पड़ता है। 

मोटापा बहुत से रोगों से जुड़ा हुआ है, जैसे मधुमेह, निंद्रा कालीन श्वास समस्या, कई प्रकार के कैंसर, हृदय रोग, हैं। मोटापे का प्रमुख कारण अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना है। आप रोज जितनी कैलोरी भोजन के रूप में लेते हैं, उतनी कैलोरी शरीर खर्च नहीं कर पाता है और वह कैलोरी शरीर में फैट के रूप में जमा होने लगती है जिससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है।

#मोटापा होने का कारण

1.अधिक वसा या कैलोरी युक्त भोजन करना भी मोटापे का कारण हो सकता है।

2.असंतुलित व्यवहार और मानसिक तनाव की वजह सो लोग ज्यादा भोजन करने लगते हैं जो मोटापे का कारण बनता है।

3.व्यायाम न करना भी मोटापे कारण हो सकता है।

4.कुछ लोग दिन में खाना खाने के बाद सोने की आदत रखते हैं इससे भी मोटापा आ जाने की संभावना बढ़ जाती है।

5.बाल्यावस्था और युवावस्था के समय का मोटापा व्यस्क होने पर भी रह सकता है। 

6.शारीरिक गतिशीलता में कमी।

#मोटापे के लक्षण

मोटापे के कई प्रमुख लक्षण देखने को मिलते है जो इस प्रकार है—

1. बहुत अधिक सांस फूलना।

2. बहुत अधिक पसीना आना।

3. चलने-फिरने में परेशानी होना।

4. प्रतिदिन बहुत थकान महसूस करना।

5. बहुत अधिक नींद आना ।

6. अकेला मसूस करना।

7.शरीर के जोड़ों में दर्द होना।

8. उठने-बैठने में परेशानी होना।

9. मोटापे से बेहाल लोगों को नींद में बहुत अधिक खर्राटे आना।

10. काम करने में दिल न लगना।


#मोटापे से होने वाले कुछ प्रमुख रोग

1. मोटापे से होने वाला हृदय रोग— मोटापे से लोगों को जो सबसे ज्यादा बीमारी होती है वह है हृदय रोग। हृदय को शुद्ध रक्त की आपूर्ति कोरोनरी धमनी करती है जिससे हृदय को पोषक तत्व व ऑक्सीजन मिलते है। कोरोनरी धमनी में कोलेस्ट्रॉल या वसा के जमा होने के कारण हृदय में रक्त के माध्यम से पोषक तत्व व ऑक्सीजन नहीं मिल पाते है जिससे सीने में दर्द या दिल का दौरा या हृदय अघात आते है। 

2. मोटापे से होता है उच्च रक्तचाप— मोटापे की वजह से लोगों को उच्च रक्तचाप की बीमारी भी होती है जिससे जान जाने का भी खतरा होता है। शरीर में अतिरिक्त वसा ऊतकों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, यह पोषक तत्व रक्त वाहिकाओं द्वारा शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुँचाती है। अधिक मोटापा होने के कारण रक्त वाहिकाओं को वसा ऊतको को अधिक रक्त देना पड़ता है यह हृदय के कार्यभार को बढ़ाता देता है। जिससे हृदय को अधिक रक्त पंप करना पड़ता है। जिससे धमनी दी दीवारों पर अधिक दबाव पड़ता है और यह दबाव उच्च रक्तचाप को बढ़ा सकता है। 

3. मोटापा होने के कारण जोड़ों में दर्द होना— मोटापे की वजह से महिलाओं में अक्सर ऑस्टियोआर्थराइटिस जो एक सामान्य संयुक्त स्थिति है यह समस्या देखने को मिलती है यह रोग अक्सर घुटने, कूल्हे या पीठ को प्रभावित करता है। अतिरिक्त वजन बढ़ जाने से इन जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और कार्टिलेज से दूर हो जाता है जिनका काम सामान्य रूप से जोड़ों की रक्षा करने का होता है।

4. मोटापे से होने वाला कैंसर— मोटापे की वजह से महिलाओं में विभिन्न तरह के कैंसर होने का खतरा बना रहता है, जैसे स्तन कैंसर, कोलन कैंसर , पित्ताश्य की थैली का कैंसर और गर्भाशय का कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ा जाता है। अधिक वजन वाले पुरुषों में कोलोन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक होता है।

#मोटापे से बचने के घरेलू उपचार

1. शहद और नींबू से करें मोटापा दूर— सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और आधा नींबू और एक चुटकी काली मिर्च डालकर सेवन करें। काली मिर्च में पाइपरीन नामक तत्व मौजूद होता है। यह नई वसा कोशिकाओं को शरीर में जमने नहीं देता है। नींबू में मौजूद एस्कोरबिक एसिड शरीर में मौजूद क्लेद को कम करता है, और शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।

2. मोटापा कम करने के लिए इलायची का सेवन— रात को सोते समय दो इलायची खाकर गर्म पानी पीने से जवन कम करने में सहायता मिलती है। इलायची पेट में जमा फैट को कम करती है, तथा कोर्सिटोल लेवल को भी नियंत्रित रखती है। इसमें मौजूद पोटेशियम, मैग्नेशियम, विटामिन बी1,बी6,और विटामिन सी वजन घटाने के साथ ही शरीर को स्वस्थ रखते है 

3. एलोवेरा और आंवला जूस मोटापा कम करने में है फायदेमंद— जो लोग अपने वजन से परेशान है उनके लिए एलोवेरा और आंवला जूस बहुत फायदेमंद हो सकता है। नियमित रूप ससे इन औषधियों को जूस के रूप में सेवन करने पर यह वजन को घटाने में मदद कर सकते हैं। दुनिया में बहुत ससे फिटनेस सलाहकार भी इन प्राकृतिक उत्पादों का सेवन करने की ससलाह देते हैं आप भी अपने शरीर को स्वस्थ रखने और वजन घटाने के लिए एलोवेरा और आंवला जूस का सेवन कर सकते है और अपने वजन को कम कर सकते हैं।

4. मोटापा कम करने के लिए व्यायाम भी है जरूरी— जो लोग मोटापे से परेशान है उन लोगों को रोज व्यायाम करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। व्यायाम करने से आप के वजन में कमी आयेगी और आपका शरीर स्वस्थ और निरोगी होगा। 

5. ग्रीन टी पीने से मोटापा होता है दूर— ग्रीन टी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में जमी वसा या कैलोस्ट्रोल को कम करती है इसका सेवन दिन में 2-3 बार करने से आपको जल्दी फायेदा होगा। इसमें आप चीनी का प्रोयग न करे। ग्रीन टी में विशेष प्रकार के पोलीफेनॉल्स पाए जाते हैं जिससे शरीर में फैट बर्न करने में मदद मिलती है। हरी चाय विटामिन सी, कैरोटीन, जस्ता, सेलेनियम, क्रोमियम और खनिजों के रूप में पोषक तत्वों से भरपूर होती है। 

6. खीरा भी है फायदेमंद— खीरा भी मोटापा कम करने में फायदेमंद है इसमें 90% पानी होता है। खीरे कोलेस्ट्रॉल और फाइबर मुक्त होता है. खीरा आपकों ताजा रखते है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालते हैं। इसका सेवन आप सलाद और सलाद के बिना भी खा सकते है।

7.गाजर से खा कर करें मोटापा कम— गाजर भी मोटापा कम करने में घरेलू नस्खों में से एक है गाजर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो मोटापे को कम करने में मदद करता है। गाजर पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने भी मदद करता है। गाजर को आप सलाद के साथ खा सकते है। 

8. दालचीनी से मोटापा कम करें— दालचीनी का इस्तेमाल काफी समय से मोटापा कम करने के लिए किया जा रहा है। इसके गुण मेटाबॉलिज्म की गतिविधियों को बढ़ाते हैं, जिससे हृदय की बीमारी और शुगर का इलाज करनें में मदद मिलती है। एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में मिला लें, और इसमें आधे नींबू का रस डाल दें। पूरे मिश्रण को अच्छे से मिलाने के बाद इसमें शहद को भी मिला लें। इसका सेवन रोज खाली पेट एक बार जरूर करें।

9. लौकी भी है फायदेमंद— लौकी भी खीरे की तरह फाइबर से समृद्ध होती है। इसमें वसा या केलोस्ट्रॉल की मात्रा नहीं होती है। आप लोकी की सब्जी बनाकर खा सकते है। या इसका रस निकाल कर पी सकते है।

10.गोभी भी है फायदेमंद— गोभी में टैटरिक एसिड होता है जो चीनी और कार्बोहाइड्रेट को वसा में परिवर्तित होने से रोकता है। इससे आपके शरीर का वजन बहुत जल्दी कम होगा। आप इसकी सब्जी बना कर खा सकते है या सलाद के रुप में भी इसका सेवन कर सकते है।

#मोटापे से सम्बन्धित कुछ अच्छी बाते 

1. सुबह उठकर सैर पर जाएं, और व्यायाम करें।

2. रात का खाना हल्का व आराम से पचने वाला होना चाहिए।

3. संतुलित और कम वसा वाला आहार लेना चाहिए।

4. रात को सोने से दो घण्टे पहले भोजन कर लेना चाहिए।

5. आपके भोजन में हरी सब्जियाँ, फल, दही, छाछ, छिलके वाली दालें और नट्स होने चाहिए।

6. वजन कम करने के लिए भोजन कभी न छोड़ें, इसकी बजाय संतुलित आहार का सेवन करें और व्यायाम करें। संतुलित आहार के सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता हैं शरीर स्वस्थ रहता है।

7. गुनगुने पानी का सेवन करना सबसे अच्छा घरेलू उपचार है गुनगुने पानी को खाली पेट व्यायाम करने् के बाद पेट भर कर पीना चाहिए।

8. योगासन जैसे— त्रिकोण आसन, सूर्य नमस्कार, ध्यान, प्राणायाम भुजंगासन, आदि करना चाहिए।

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(https://shanhamja.blogspot.com/2020/07/symptoms-of-diabetes-and-its-home.html)



                                                                                                                                                                  

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# What is obesity?


 When the amount of body fat exceeds the normal or when the body weight of a person exceeds the normal, it is called obesity.  Fat or fat stored in the body does not look good and obesity can also cause many diseases.  If obesity increases, many people start making fun and then in the process of losing weight, they take many such wrong things or medicines which have a very bad effect on the body.
 Obesity is associated with many diseases, such as diabetes, sleepy breathing problem, many types of cancer, heart disease.  The main reason for obesity is the consumption of high calorie foods.  The amount of calories you take as food daily, the body is not able to spend more calories and those calories start accumulating in the body as fat which causes the body to gain weight.


 # Reason for obesity


 1. Eating too much fat or calories can also cause obesity.


 2. Due to imbalanced behavior and mental stress, people start eating more food which causes obesity.


 3. Not exercising can also cause obesity.


 4. Some people have a habit of sleeping after eating food during the day, which also increases the possibility of obesity.


 5. Obesity during childhood and puberty can remain even if adult.


 6. Reduction in physical mobility.


 # Symptoms of obesity


 There are several major symptoms of obesity which are as follows-


 1. Too much breathlessness.


 2. Sweating too much.


 3. Having trouble walking.


 4. Feeling very tired every day.


 5. Too much sleep.
 6. Feeling alone.


 7. Pain in body joints.


 8. Having trouble getting up and down.


 9. People suffering from obesity are very snoring in sleep.


 10. Do not lose heart in working.


 # Some major diseases caused by obesity


 1. Heart disease due to obesity-
The most disease that people suffer from obesity is heart disease.  The coronary artery supplies pure blood to the heart, which provides nutrients and oxygen to the heart.  Due to accumulation of cholesterol or fat in the coronary artery, the heart does not get nutrients and oxygen through the blood, which causes chest pain or heart attack or heart attack.


 2. Obesity leads to high blood pressure- Due to obesity, people also have the disease of high blood pressure, which is also at risk of being killed.  The extra fat tissue in the body requires oxygen and nutrients to survive, this nutrient is carried by blood vessels to various organs of the body.  Due to being more obese, the blood vessels have to give more blood to the fat tissue. This increases the workload of the heart.  Due to which the heart has to pump more blood.  This causes more pressure on the arterial walls and this pressure can increase hypertension.


 3. Joint pain due to obesity -
Osteoarthritis, which is a common joint condition, is often seen in women due to obesity. This disease often affects the knee, hip or back.  The additional weight increases puts additional pressure on these joints and removes them from the cartilage, which is normally used to protect the joints.


 4. Obesity Cancer- Women are at risk of getting various types of cancer due to obesity, such as breast cancer, colon cancer, gallbladder cancer and increased risk of various types of cancer including uterine cancer.  is.  Overweight men have a higher risk of colon cancer and prostate cancer.


 # Home remedies to avoid obesity


 1. Remove obesity with honey and lemon - In the morning, take one spoon of honey and half a lemon and a pinch of black pepper in lukewarm water and eat it.  Black pepper contains an element called piperine.  It does not allow new fat cells to freeze in the body.  Ascorbic acid present in lemon reduces the clotting present in the body, and helps to flush out the toxins from the body.


 2. Consumption of cardamom to reduce obesity-
Eating two cardamom at night at bedtime and drinking warm water helps in reducing youth.  Cardamom reduces the fat stored in the stomach, and also controls the courseitol level.  The potassium, magnesium, vitamin B1, B6, and vitamin C present in it keep the body healthy along with weight loss.


 3. Aloe vera and Amla juice is beneficial in reducing obesity -
Aloe vera and Amla juice can be very beneficial for those who are upset with their weight.  Regularly consuming these medicines in the form of juice can help in weight loss.  Many fitness consultants in the world also advise to consume these natural products. You can also take aloe vera and amla juice to keep your body healthy and lose weight and reduce your weight.


 4. Exercise is also necessary to reduce obesity -
It is considered very beneficial for those who are troubled by obesity.  Exercise will reduce your weight and your body will be healthy and healthy.


 5. Drinking green tea leads to obesity -
Green tea is a powerful antioxidant that reduces body fat or kelostrol. Consuming it 2-3 times a day will help you quickly.  You should not use sugar in it.  Green tea contains special types of polyphenols which help in burning fat in the body.  Green tea is rich in nutrients in the form of vitamin C, carotene, zinc, selenium, chromium and minerals.


 6. Cucumber is also beneficial -
Cucumber is also beneficial in reducing obesity, it contains 90% water.  Cucumbers are cholesterol and fiber free.  Cucumbers keep you fresh and remove toxins from the body.  You can eat it without salad and salad.


 7. Reduce obesity by eating carrots -
Carrots are also one of the domestic breeds in reducing obesity. Carrots have high fiber content, which helps in reducing obesity.  Carrots also help in strengthening digestion and immunity.  You can eat carrots with salad.


 8. Reduce obesity with cinnamon -
Cinnamon has been used for a long time to reduce obesity.  Its properties increase the activity of metabolism, which helps in treating heart disease and sugar.  Mix one spoonful of cinnamon powder in a glass of warm water, and add half a lemon juice to it.  After mixing the whole mixture well, add honey to it.  Take it once daily on an empty stomach.


 9. Gourd is also beneficial- Gourd is also rich in fiber like cucumbers.  It does not contain fat or cholesterol.  You can make and eat Loki's vegetables.  Or you can drink it after extracting its juice.


 10. Cabbage is also beneficial -
Cabbage contains tartaric acid which prevents sugar and carbohydrates from being converted into fat.  This will reduce your body weight very quickly.  You can make and eat its vegetable or can also be used as a salad.



 # Some good things related to obesity


 1. Get up in the morning and go for a walk, and exercise.


 2. Dinner should be light and easy to digest.


 3. A balanced and low fat diet should be taken.


 4. At night, two hours before bedtime should be eaten.


 5. Your food should contain green vegetables, fruits, curd, buttermilk, peeled pulses and nuts.


 6. Never skip meals to lose weight, instead eat a balanced diet and exercise.  Eating a balanced diet does not increase weight, the body remains healthy.


 7. Consuming lukewarm water is the best home remedy, lukewarm water should be drunk on an empty stomach after exercising.


 8. Yogasana such as triangle posture, Surya Namaskar, meditation, Pranayama Bhujangasana, etc. should be done.